Sukanya Yojana Rules: बदल गए सुकन्या समृद्धि योजना के नियम, अब इन बेटियों को मिलेगा लाभ, जानिए पूरी जानकारी | Studyem Jobs


Sukanya Yojana Rules:- महिलाओं और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार कई तरह की योजनाएं (सरकारी योजनाएं महिलाओं के लिए) चलाती है।

उन्हीं योजनाओं में से एक का नाम सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) है। हाल ही में केंद्र सरकार ने कई छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी की गई है। इस बढ़ोतरी के बाद इस योजना की ब्याज दर 7.60 फीसदी की जगह 8.00 फीसदी हो जाएगी। ये दरें वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के लिए लागू की गई हैं।

बेटी के जन्म के बाद से ही हर माता-पिता को बेटी की पढ़ाई और शादी के खर्च की चिंता सताने लगी है। ऐसे में इस चिंता को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत निवेश कर बालिका 21 वर्ष की उम्र में लाखों की मालकिन बन सकती है। इस योजना के लिए आप 69 लाख रुपये जमा कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस योजना में पात्रता और निवेश के तरीके के बारे में-

खाते कब बंद किए जा सकते हैं?

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोला गया खाता पहली दो परिस्थितियों में बंद किया जा सकता है। यदि बालिका की मृत्यु हो जाती है या पुत्री के निवास का पता बदल जाता है तो यह खाता बंद किया जा सकता है। लेकिन नए बदलाव के बाद अब इसमें खाताधारक की जानलेवा बीमारी को भी शामिल कर लिया गया है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोले गए खाते को माता-पिता की मृत्यु के बाद भी समय से पहले बंद किया जा सकता है।

खाता कैसे खोलें?

इस योजना का लाभ लेने के लिए आप किसी भी नजदीकी डाकघर या बैंक में जाकर खाता खुलवा सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना 21 साल में मैच्योर होती है। हालांकि, लड़की की उम्र 18 साल होने के बाद इस खाते से पढ़ाई के लिए पैसे निकाले जा सकते हैं। पूरी रकम 21 साल बाद ही मिलती है।

सुकन्या समृद्धि योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाते समय बालिका का जन्म प्रमाण पत्र पोस्ट ऑफिस या बैंक में देना जरूरी है। साथ ही, लड़की और उसके माता-पिता का पहचान पत्र और पता प्रमाण आवश्यक है।

SSY खाते में आंशिक निकासी की सुविधा उपलब्ध है

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत माता-पिता 10 साल से कम उम्र की बच्ची के नाम से खाता खुलवा सकते हैं। यदि आप बालिका के जन्म के तुरंत बाद खाता खोलते हैं, तो आप इस योजना में तब तक निवेश कर सकते हैं जब तक कि बालिका 15 वर्ष की नहीं हो जाती। इसके बाद बालिका की उम्र 18 वर्ष होने के बाद खाते में जमा कुल राशि का 50 प्रतिशत निकाल सकते हैं। वहीं, बालिका की उम्र 21 साल होने के बाद खाते से जमा पूरी रकम निकाल सकते हैं।

मैच्योरिटी के समय 69 लाख रुपए मिलेंगे

यदि आप वर्ष 2023 में अपनी बालिका के लिए सुकन्या समृद्धि खाता खोल रहे हैं, तो आपको 8.00 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी। ऐसे में सुकन्या समृद्धि योजना के कैलकुलेटर के मुताबिक, बच्ची के 21 साल का होने पर आपको 69 लाख रुपये का मोटा फंड मिलेगा।

यह फंड सालाना 1.5 लाख रुपये के निवेश पर उपलब्ध होगा। इस योजना में निवेश करने पर आपको आयकर की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये की कर छूट का लाभ भी मिलेगा। अगर आप सालाना 1.5 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो आपको इस खाते में हर महीने 12,500 रुपये की राशि जमा करनी होगी।