Fraud Loan Apps: ऐप से ले रहे है लोन तो हो जाये सावधान, हो सकता है आपके साथ बड़ा फ्रॉड | Studyem Jobs


जैसे जैसे समय बीत रहा है लोगों का काम करने का तरीका भी अलग हो रहा है। पहले लोग लोन यानी कर्ज लेकर कोई भी काम करना पसंद नहीं करते थे, परंतु अब तकरीबन हर काम लोन और ईएमआई पर चल रहा है। देश में पिछले कुछ सालों में लोन लेने वालों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है।

यही कारण है कि अब लोन बड़ी आसानी से घर पर बैठे-बैठे एक ऐप पर मिल जाता है। आपको अब पहले की तरह बैंक जाने की आवश्यकता नहीं है। फिनटेक कंपनियां भी थे संस्थान के साथ-साथ अब मोबाइल ऐप भी आपको चंद मिनटों में लोन प्रदान करता है, परंतु इस डिजिटाइजेशन से लोन एप्स रोड की समस्या भी काफी तेजी से बढ़ गई है। आज हम आपको बताएंगे कि आपको लोन के लिए आवेदन करते समय किन पांच लोन एप के फ्रॉड से सावधान रहने की आवश्यकता है।

भरोसेमंद नहीं सभी ऐप

आपको बता दें कि जो लोन ऐप के जरिए मिलते हैं उनमें से अधिकतम लोन एप और फिनटेक कंपनी अनाधिकृत हो सकते हैं। आरबीआई के एक कार्यकारी समूह के मुताबिक भारत में संचालित 1100 डिजिटल लोन देने वाले प्लेटफार्म में से 16 अवैध पाए गए हैं। ये ऐप और फिनटेक कंपनी आपको अधिक ब्याज दर और अन्य शुल्क पर लोन देते हैं। यदि आपने लोन रीपेमेंट करने में थोड़ा समय लगा दिया है तो ये ऐप आपको परेशान कर देंगे।

साइबर अपराध को देते हैं बढ़ावा

ये देनदार अक्सर संभावित लेनदार को लुभाने के लिए साइबर अपराध में शामिल होते हैं। वे प्रमाणिक दिखने के लिए डिजिटल दस्तावेज और वेबपेज बनाते हैं ऐसे ऐप और फिनटेक कंपनियां लेनदार को यह भरोसा दिलाने में भी गुमराह करते हैं कि वे एक वैध फिनटेक कंपनी की तरफ से काम कर रहे हैं।

प्राइवेसी का नहीं रखते ध्यान

लेनदार लोन के लिए आवेदन करते समय विभिन्न व्यक्तिगत दस्तावेजों का लोन एप में जमा करता है। ऐसे अनाधिकृत ऐप आपके मोबाइल फोन में निजी फोल्डरो जैसे मैसेज, कांटेक्ट, फाइलों आदि तक का एक्सेस करता है और ऐसे धोखाधड़ी करने वाले ऐप अक्सर आपका डाटा सुरक्षित और गोपनीय तरीके से नहीं रखते।

अन्य अनैतिक संग्रह भी करते हैं ये ऐप

प्राइवेसी के मुद्दे और अनैतिक संग्रह प्रथा के अलावा यह लोन देने वाले ऐप गलत मार्केटिंग तकनीक का प्रयोग करते हैं। ऐसे आप के खिलाफ आरबीआई ने लोन वसूली के तरीके पर कड़े दिशानिर्देश जारी किए हैं और पालन नहीं करने वाले ऐप और कंपनियों पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी है।